अभिनव अरोड़ा, जिन्हें ‘बाल संत’ के नाम से जाना जाता है, हाल ही में एक गंभीर विवाद में फंस गए हैं। उन्हें लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जान से मारने की धमकी मिली है। यह धमकी उस समय आई जब जगतगुरु रामभद्राचार्य ने अभिनव को एक सार्वजनिक मंच पर डांटा था। इस घटना ने न केवल अभिनव के लिए बल्कि उनके समर्थकों के लिए भी चिंता का विषय बना दिया है।
जगतगुरु रामभद्राचार्य की प्रतिक्रिया
जगतगुरु रामभद्राचार्य ने अभिनव अरोड़ा को मिल रही धमकियों पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि वह इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और अभिनव की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। रामभद्राचार्य ने यह भी कहा कि उन्हें अभिनव की भलाई की चिंता है और वह इस स्थिति को सुलझाने में मदद करेंगे।
अभिनव अरोड़ा की स्थिति
अभिनव अरोड़ा ने हाल ही में एक वीडियो जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि वह रामभद्राचार्य द्वारा दी गई डांट को आशीर्वाद मानते हैं। उन्होंने ट्रोलर्स को करारा जवाब देते हुए कहा कि वे अपने काम में लगे रहेंगे और किसी भी प्रकार की धमकी से डरने वाले नहीं हैं।
अभिनव ने यह भी बताया कि उन्हें स्कूल जाने में कठिनाई हो रही है और उन्होंने अदालत में यह शिकायत भी दर्ज कराई है कि वह मानसिक तनाव के कारण पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग की धमकी
लॉरेंस बिश्नोई गैंग द्वारा दी गई धमकी ने सभी को चौंका दिया है। अभिनव की मां ने इस बात की पुष्टि की है कि उन्हें गैंग से गंभीर धमकियाँ मिली हैं, जिसमें उनके बच्चे को नुकसान पहुँचाने की बात कही गई है[8]। इस स्थिति ने अभिनव और उनके परिवार के लिए एक नई चिंता खड़ी कर दी है।
समाज में प्रतिक्रिया
इस विवाद पर समाज में मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। कुछ लोग अभिनव के समर्थन में खड़े हुए हैं, जबकि अन्य इस मामले को तूल देने का आरोप लगा रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर कई चर्चाएँ हो रही हैं, जहां लोग अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं।
अभिनव अरोड़ा का मामला न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि कैसे युवा पीढ़ी को ऐसे खतरों का सामना करना पड़ता है और समाज को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए। जगतगुरु रामभद्राचार्य की प्रतिक्रिया और अभिनव का साहस इस स्थिति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।