Indian Coast Guard Assistant Commandant की परीक्षा 2025 के लिए सिलेबस और परीक्षा पैटर्न का ज्ञान प्राप्त करना सभी उम्मीदवारों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस लेख में, हम विस्तार से चर्चा करेंगे कि इस परीक्षा में क्या शामिल है, ताकि उम्मीदवार अपनी तैयारी को सही दिशा में आगे बढ़ा सकें।
भारतीय तटरक्षक सहायक कमांडेंट परीक्षा पैटर्न (Indian Coast Guard Assistant Commandant)
भारतीय तटरक्षक सहायक कमांडेंट परीक्षा का पैटर्न विभिन्न चरणों में विभाजित है:
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चरण I (स्क्रीनिंग टेस्ट):
– यह एक कंप्यूटर आधारित परीक्षा है जिसमें 100 प्रश्न होते हैं।
– कुल अंक: 400
– सही उत्तर के लिए 4 अंक और गलत उत्तर के लिए 1 अंक की कटौती की जाएगी।
– परीक्षा की अवधि: 2 घंटे
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चरण II (प्रारंभिक चयन बोर्ड):
– इस चरण में शारीरिक फिटनेस टेस्ट (PFT) और दस्तावेज़ सत्यापन शामिल हैं।
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चरण III (अंतिम चयन बोर्ड):
– इस चरण में फिर से दस्तावेज़ सत्यापन और चिकित्सा परीक्षा होती है।
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चरण IV (चिकित्सा परीक्षा):
– सभी उम्मीदवारों को चिकित्सा मानकों पर खरा उतरना आवश्यक है।
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चरण V (मेरिट सूची):
– अंतिम मेरिट सूची उन उम्मीदवारों की होगी जो सभी पूर्ववर्ती चरणों को सफलतापूर्वक पार करेंगे।
भारतीय तटरक्षक सहायक कमांडेंट सिलेबस
अंग्रेजी भाषा
– त्रुटि पहचान
– पर्यायवाची और विलोम शब्द
– रिक्त स्थान भरना
– वर्तनी सुधार
– मुहावरे और वाक्यांश
– एक शब्द प्रतिस्थापन
– वाक्य सुधार
– समझने की क्षमता (कॉम्प्रिहेंशन)
गणित और संख्यात्मक क्षमता
– अंकगणित
– बीजगणित
– त्रिकोणमिति
– सांख्यिकी
सामान्य विज्ञान और गणितीय योग्यता
– भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान के मूल सिद्धांत
– गणितीय अवधारणाएँ
सामान्य ज्ञान
– वर्तमान घटनाएँ
– भारतीय इतिहास, भूगोल, राजनीति
तर्कशक्ति और संख्यात्मक क्षमता
– तार्किक तर्क
– समस्या समाधान कौशल
तैयारी के सुझाव
पुनरावलोकन करें: सिलेबस के सभी विषयों का गहन अध्ययन करें।
- मॉक टेस्ट लें: नियमित रूप से मॉक परीक्षण देकर अपनी तैयारी का आकलन करें।
- समय प्रबंधन: परीक्षा के समय प्रबंधन पर ध्यान दें ताकि सभी प्रश्नों को हल करने का समय मिले।
- स्वास्थ्य पर ध्यान दें: शारीरिक फिटनेस पर ध्यान दें क्योंकि यह चयन प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
भारतीय तटरक्षक सहायक कमांडेंट परीक्षा की तैयारी करने वाले सभी उम्मीदवारों को सिलेबस और परीक्षा पैटर्न की जानकारी होना आवश्यक है। सही दिशा में तैयारी करने से सफलता की संभावनाएँ बढ़ जाती हैं।