प्रेमानंद जी महाराज वृंदावन में रहते हैं और उनके दर्शन करने के लिए हर दिन हजारों श्रद्धालु आते हैं। अगर आप भी उनसे मिलना चाहते हैं, तो यहां जानें मिलने का आसान तरीका:
वृंदावन में प्रेमानंद जी महाराज का आश्रम
प्रेमानंद जी का आश्रम वृंदावन के श्री राधाकेली कुंज में है, जो इस्कॉन मंदिर के पास परिक्रमा रोड पर भक्ति वेदनता हॉस्पिटल के सामने स्थित है। वह रोजाना रात करीब 2:30 बजे अपने आवास से आश्रम तक पैदल ही चलकर आते हैं।
दर्शन और सत्संग के लिए समय
अगर आप प्रेमानंद जी के दर्शन और सत्संग सुनना चाहते हैं, तो आपको आश्रम में रात करीब 2:30 बजे पहुंचना होगा। वहां पर आपको उनके शिष्यों द्वारा एक टोकन दिया जाएगा, जिसकी मदद से अगले दिन आप उनके दर्शन कर सकते हैं।
अकेले में बातचीत के लिए समय
अगर आप प्रेमानंद जी से अकेले में बातचीत करना चाहते हैं, तो आपको अगले दिन सुबह 6:30 बजे आश्रम आना होगा। इसके बाद आप करीब एक घंटे तक आश्रम में महाराज से प्रश्न कर सकते हैं।
दर्शन के लिए आवश्यक दस्तावेज
प्रेमानंद जी के दर्शन के लिए आपका आधार कार्ड लाना अनिवार्य है। इसके अलावा, आप अपने साथ कुछ भी नहीं ले जा सकते हैं, क्योंकि आश्रम में किसी भी प्रकार का मोबाइल फोन, कैमरा या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाने की अनुमति नहीं है।
अन्य महत्वपूर्ण बातें
– प्रेमानंद जी के दर्शन के लिए कोई शुल्क नहीं है, लेकिन आप अपनी इच्छानुसार दान कर सकते हैं।
– आश्रम में शुद्ध वेजिटेरियन भोजन उपलब्ध है, जिसका सेवन करना अनिवार्य है।
– आश्रम में रहने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है, इसलिए आप अपने लिए होटल या अन्य ठहरने की जगह की व्यवस्था करें।
प्रेमानंद जी महाराज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं और उनके सत्संग को करोड़ों लोग सोशल मीडिया पर सुनते हैं। उनसे मिलने के लिए लाखों लोग देर तक इंतजार करते हैं, लेकिन अगर आप इन दिशा-निर्देशों का पालन करते हैं, तो आप भी आसानी से उनसे मिल सकते हैं।