अमिताभ बच्चन आज हिंदी सिनेमा के सबसे सम्मानित अभिनेता हैं और इंडस्ट्री के दूसरे सबसे अमीर एक्टर भी हैं. लेकिन इस समय ऐसा भी था जब वह आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे. फ़िल्मी करियर लगातार नीचे जा रहा था और वह पाई-पाई के मोहताज होने लगे थे. उन्होंने खुद को दिवालियाँ घोषित कर दिया था.
ये दिग्गज अभिनेता कर्जदारों से काफी परेशान थे ऐसे में एक शख्स ने महीसा की तरह उनकी मदद की. इस इंसान और की नहीं बल्कि मुकेश और अनिल अंबानी के पिता धीरूभाई अंबानी थे. मुश्किल घड़ी में जब सभी ने उनका साथ छोड़ दिया था. तब धीरूभाई ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया था. रिलायंस इंडस्ट्री की 40वीं सालगिरह के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन ने खुद इसका खुलासा किया था.
कार्यक्रम में बिग बी ने अपने दौरे ख़राब दिनों को याद करते हुए धीरुभाई अंबानी का किस्सा भी के सामने बताया. उन्होंने बताया, “एक ऐसा कठिन समय आया, जब मैं दिवालिया हो गया. मेरी बनाई हुई कंपनी घाटे में चली गई. मुझ पर करोड़ों का कर्जा हो गया. यहां तक कि मेरा बैंक बैलेंस जीरो हो गया था. सभी जगह से कमाई के जरिए बंद हो गए थे और सरकार की तरफ से घर पर कुड़की का आदेश जारी कर दिया गया.”
बिग बी ने आगे बताया, “सभी तरफ से कर्ज से दबे होने की जैसे ही धीरूभाई को पता चली और उन्होंने बिना किसी से पूछे अपने छोटे बेटे अनिल अंबानी को बुलाया और कहा कि इसका अभी बुरा समय चल रहा है. इसकी सहायता करो और कुछ पैसे दे दो. सीनियर बच्चन ने बताया कि वो मुझे जितना पैसा देना चाह रहे थे, उससे मेरी सभी परेशानी एक पल में खत्म हो जाती मैं उनकी इस उदारता को देख भावुक हो गया, हालाँकि मुझे लगा कि शायद मैं उनकी उदारता को स्वीकार न कर पाऊं. इसके कुछ समय के बाद भगवान की कृपा मुझ पर बनने लगी और काम मिलना शुरू हो गय़ा. जिसके बाद धीरे-धीरे मैं अपने सारे कर्ज से मुक्त हो पाया.”