हाल ही में सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसने क्रिकेट प्रेमियों के बीच नई चर्चा को जन्म दिया है। इस वीडियो में कांबली की भावनाएं और उनकी स्थिति को देखकर कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। इस घटना ने यह सवाल उठाया है कि कैसे दो दोस्त, जो एक समय पर क्रिकेट के मैदान पर साथ थे, आज इतनी अलग-अलग परिस्थितियों में हैं।
वीडियो का संदर्भ
यह वीडियो मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान का है, जिसमें दोनों पूर्व क्रिकेटर रमाकांत आचरेकर की याद में इकट्ठा हुए थे। इस कार्यक्रम में कांबली ने सचिन का हाथ कसकर पकड़ा, जबकि सचिन ने धीरे-धीरे अपने हाथ को छुड़ाने की कोशिश की। यह दृश्य कांबली की भावनाओं को दर्शाता है, जो कि उनके कठिन समय का संकेत है। कांबली की सेहत और आर्थिक स्थिति पिछले कुछ वर्षों में काफी बिगड़ गई है, जिससे उनकी पहचान भी प्रभावित हुई है.
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कांबली की स्थिति
विनोद कांबली, जो कभी क्रिकेट के सितारे थे, अब आर्थिक तंगी और स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, उनके पास अब केवल सालाना 4 लाख रुपये रह गए हैं, जबकि उनके करियर के शिखर पर उनकी संपत्ति 1 से 1.5 मिलियन डॉलर थी. कांबली ने पहले भी कहा था कि बुरे समय में सचिन ने उनका साथ नहीं दिया, जिससे उनके बीच की दोस्ती पर सवाल उठने लगे हैं.
सचिन तेंदुलकर की सफलता
इसके विपरीत, सचिन तेंदुलकर आज भी क्रिकेट जगत के सबसे अमीर और सफल खिलाड़ियों में से एक हैं। उनकी कुल संपत्ति लगभग 1400 करोड़ रुपये है और वे विभिन्न ब्रांड्स के साथ बड़े पैमाने पर एंडोर्समेंट कर रहे हैं[1]. सचिन की सफलता ने उन्हें न केवल खेल के क्षेत्र में बल्कि व्यवसाय में भी एक मजबूत पहचान दिलाई है। उनके पास मुंबई से लेकर लंदन तक कई आलीशान संपत्तियां हैं.
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
इस वायरल वीडियो पर सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आई हैं। कुछ लोग सचिन की तारीफ कर रहे हैं कि वे अपने दोस्त को नहीं छोड़ते, जबकि अन्य ने यह सवाल उठाया कि क्या सचिन ने वास्तव में अपने दोस्त का साथ छोड़ा है. मशहूर इंफ्लुएंसर पुणीत सुपरस्टार ने भी इस मामले पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सचिन को अपने पुराने दोस्त का ध्यान रखना चाहिए था.
सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली की कहानी एक ऐसी कहानी है जो दोस्ती, संघर्ष और जीवन के उतार-चढ़ाव को दर्शाती है। जहां एक ओर सचिन ने अपने करियर में अपार सफलता हासिल की है, वहीं दूसरी ओर कांबली को अपने कठिन समय का सामना करना पड़ रहा है। यह स्थिति न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करती है बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे जीवन में परिस्थितियाँ बदल सकती हैं।