सलमान खान के मामलें में मशहूर डायरेक्टर ने लॉरेंस बिश्नोई को सुनाई खरी-खोटी, वायरल हुआ ट्वीट  

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लॉरेंस बिश्नोई : रामगोपाल वर्मा ने हाल ही में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद लॉरेंस बिश्नोई पर तीखा प्रहार किया है। यह घटना 12 अक्टूबर को हुई थी, जब सिद्दीकी को गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्या ने न केवल राजनीतिक हलकों में बल्कि फिल्म उद्योग में भी हलचल मचा दी। रामगोपाल वर्मा ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बिश्नोई और उसके गिरोह के बारे में कुछ गंभीर बातें कहीं।

रामगोपाल वर्मा की प्रतिक्रिया

लॉरेंस बिश्नोई

रामगोपाल वर्मा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक नोट साझा किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि एक वकील जो गैंगस्टर बन गया है, वह एक सुपरस्टार सलमान खान को मारने की योजना बना रहा है। उन्होंने उल्लेख किया कि बिश्नोई ने अपने गिरोह में 700 लोगों को शामिल किया है और एक बड़े राजनेता की हत्या कर दी है, जो सलमान के करीबी दोस्त थे। उनका यह बयान स्पष्ट करता है कि वे बिश्नोई की गतिविधियों को गंभीरता से लेते हैं और इसे एक खतरनाक स्थिति मानते हैं।

लॉरेंस बिश्नोई का पशु प्रेम?

वर्मा ने आगे लिखा कि लॉरेंस बिश्नोई केवल 5 साल का था जब 1998 में काले हिरण की हत्या हुई थी। उन्होंने इस बात पर सवाल उठाया कि क्या यह पशु प्रेम का एक अजीब रूप है या फिर भगवान मजाक कर रहे हैं। उनके अनुसार, बिश्नोई ने 25 साल तक अपनी दुश्मनी बनाए रखी और अब वह सलमान खान को मारने का लक्ष्य बना चुका है। यह स्थिति दर्शाती है कि कैसे व्यक्तिगत प्रतिशोध और पशु प्रेम के नाम पर हिंसा का एक चक्र चलता है।

सलमान खान का समर्थन

रामगोपाल वर्मा ने सलमान खान का समर्थन करते हुए कहा कि यदि कोई बॉलीवुड लेखक ऐसी कहानी लिखता, तो उसे अविश्वसनीय मानकर नकार दिया जाता। उन्होंने यह भी कहा कि बिश्नोई जेल में सरकार के संरक्षण में है, जबकि पुलिस उसे पकड़ नहीं पा रही है। यह स्थिति समाज के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा करती है कि कैसे एक गैंगस्टर जेल में रहते हुए भी इतनी शक्ति रखता है।

समाज में प्रतिक्रिया

रामगोपाल वर्मा के इस ट्वीट पर लोगों की मिश्रित प्रतिक्रियाएँ आई हैं। कुछ लोग मानते हैं कि लॉरेंस बिश्नोई केवल सुर्खियों में रहने के लिए ऐसा कर रहा है, जबकि अन्य का कहना है कि यह सिर्फ पशु प्रेम नहीं, बल्कि उनके समुदाय की सांस्कृतिक मान्यताओं से जुड़ा हुआ मामला है।

रामगोपाल वर्मा का यह बयान न केवल लॉरेंस बिश्नोई के प्रति उनकी नफरत को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि कैसे समाज में व्यक्तिगत प्रतिशोध और हिंसा का चक्र चलता रहता है। बाबा सिद्दीकी की हत्या ने इस मुद्दे को और भी गंभीर बना दिया है, और वर्मा के विचार इस बात की ओर इशारा करते हैं कि हमें इस तरह की घटनाओं पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।

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