सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल की शादी के चार महीने बाद, अभिनेत्री ने अपने पति की कुछ हरकतों पर प्रतिक्रिया दी है। हाल ही में एक इंटरव्यू में, सोनाक्षी ने खुलासा किया कि कैसे उनके पति की कुछ आदतें उन्हें परेशान कर रही हैं और उन्होंने इस पर चुप्पी तोड़ने का फैसला किया है।
शादी के बाद के बदलाव
सोनाक्षी ने कहा कि शादी के बाद उनके जीवन में कई बदलाव आए हैं। उन्होंने जहीर को एक अच्छा साथी बताया, लेकिन कुछ बातें उन्हें असहज करती हैं। उन्होंने कहा, “ऐसे आदमी से शादी करना जो आपकी भावनाओं को समझता हो और आपके साथ खड़ा रहे, बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन कभी-कभी, उनकी कुछ आदतें मुझे परेशान करती हैं।”
पति की हरकतें
सोनाक्षी ने यह भी बताया कि जहीर की कुछ हरकतें उनके लिए चुनौती बन गई हैं। उन्होंने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि शादी के बाद मुझे इस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।” उनका यह बयान इस ओर इशारा करता है कि शादी के बाद के जीवन में कभी-कभी अपेक्षाएँ और वास्तविकता अलग हो सकती हैं।
परिवार का समर्थन
सोनाक्षी ने यह भी कहा कि उनके परिवार का समर्थन उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हालांकि, उनके भाई लव सिन्हा ने शादी में शामिल नहीं होने का निर्णय लिया, जिससे परिवार में कुछ तनाव उत्पन्न हुआ। लव ने जहीर की पारिवारिक पृष्ठभूमि पर सवाल उठाए थे और इसके चलते वह शादी से दूर रहे।
मीडिया की भूमिका
इस पूरे मामले में मीडिया की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही है। सोनाक्षी ने कहा कि मीडिया ने उनकी शादी और व्यक्तिगत जीवन को लेकर कई अटकलें लगाई हैं, जो कभी-कभी गलत होती हैं। उन्होंने कहा, “मीडिया को हमारी निजी जिंदगी का सम्मान करना चाहिए और हमें अपने मुद्दों को खुद सुलझाने का मौका देना चाहिए।”
सोनाक्षी का करियर
सोनाक्षी सिन्हा ने अपने करियर में कई सफल फिल्में दी हैं और वह एक प्रमुख बॉलीवुड अभिनेत्री मानी जाती हैं। हाल ही में उन्होंने अपनी नई फिल्म ‘ककुड़ा’ में काम किया है, जो दर्शकों द्वारा सराही गई। सोनाक्षी का मानना है कि एक सफल करियर के लिए व्यक्तिगत जीवन में संतुलन बनाए रखना आवश्यक है।
सोनाक्षी सिन्हा ने अपनी शादी के चार महीने बाद अपने अनुभव साझा किए हैं, जिसमें उन्होंने अपने पति जहीर इकबाल की कुछ आदतों पर चिंता व्यक्त की है। यह स्पष्ट है कि शादी के बाद का जीवन हमेशा आसान नहीं होता और इसमें कई चुनौतियाँ होती हैं। लेकिन सोनाक्षी का यह बयान दर्शाता है कि वह अपनी समस्याओं को खुलकर साझा करने के लिए तैयार हैं।