इंसान का जन्म कैसे होता हैं ये सभी जानते हैं लेकिन कई बार लोगों के जहन में ऐसे सवाल आते हैं. जिसका जवाब शायद ही किसी के पास हो. ऐसा ही एक सवाल ये हैं कि पृथ्वी पर पहला आदमी कौन था?. इस सवाल का जवाब अलग धर्म और शास्त्रों के अनुसार अलग-अलग हो सकता हैं लेकिन सनातन धर्म के अनुसार इस सृष्टि के रचियता भगवान ब्रहमा जी को माना जाता हैं.
मत्स्य पुराण के अनुसार सृष्टि को आगे बढाने के लिए ब्रह्मा जी ने खुद को दो हिस्सों में बांटा था. ब्रह्मा जी के शरीर से ‘काया’ निकली. इसी ‘का’ को पहला भाग और ‘या’ को दूसरा भाग माना गया.

इसके बाद ब्रह्माजी ने दैवीय शक्ति के सबसे पहले मनु और दूसरे भाग में शतरूपा को प्रकट किया था. दरअसल यही इस संसार के पहले दो महिला और पुरुष थे.
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स्वयंभवु मनु थे पहले आदमी

ऐसे में माना ये जाता हैं कि स्वयंभवु मनु पृथ्वी के पहले आदमी थे. जबकि शतरूपा इस संसार की पहली महिला थी और दोनों के सम्बन्ध से ही मानव जाति की उत्पत्ति हुई थी.
दरअसल संसार ने आने वाले पहले इंसान मनु थे. जिसके कारण ही उनका जाति का नाम मानव पड़ गया था. पुराणों और शास्त्रों के अनुसार मनु और शतरूपा के कुल पांच बच्चें हुए थे. जिसमे दो पुत्र और 3 बेटियां थी. उनके पुत्रों का नाम प्रियव्रत और उत्तानपाद थे. जबकि उनकी बेटियों का नाम आकूति, देवहृति और प्रसूति था.
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