सनातन धर्म में पितृपक्ष एक ऐसा पवित्र समय माना जाता है ,जब हम अपने पूर्वजों और पितृों को याद करते हैं। पंद्रह दिन का समय केवल पितृों को समर्पित होता है। इसलिए इस दौरान कई ऐसी चीजें होती हैं जिनको खाने से मना किया जो पवित्र भोजन माना जाता है।
खाने की कुछ चीजों को ऐसा इसलिए माना जाता है क्योंकि इन्हे खाने के बाद हमारे शरीर में जिन रासायन का उत्पादन होता है वे हमारी एकाग्रता को भंग करने वाले होते हैं और पूजा पाठ में मन नहीं लगा पाते। आइए जानते हैं वह कौन से खाद्य पदार्थ है जिनका सेवन पित्र पक्ष में करना वर्जित है-
लहसुन और प्याज- लहसुन और प्याज तामसिक भोजन में शुमार है। पितृपक्ष के दौरान लहसुन और प्याज से थोड़ा सा परहेज करना चाहिए इसके आलावा ही मांस, मछली और शराब का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
चना और सत्तू- श्राद्धों में चने का सेवन किसी भी रुप में वर्जित है।
मसूर की दाल- श्राद्ध में कच्चा खाना सही नहीं होता है। मूंग और उड़द की दाल से दही बड़ा और कचोरी बनाई जा सकती है लेकिन मसूर की दाल किसी भी रूप में इस्तेमाल नहीं की जा सकती है।
बासी खाना- बासी खाने से बिल्कुल दूर रहना चाहिए ऐसी मान्यता है कि इन दिनों में बासी खाना नहीं खाना चाहिए।
हरी सब्जियां- आलू,मूली, अरबी और कंद वाली सब्जियां पितरों को नहीं चढ़ाई जाती है और ना ही इसका भोग किसी ब्राम्हण को कराना चाहिए। Also Read :नाम के पीछे पिता की जगह माँ का सरनेम लगाती हैं मल्लिका शेरावत, जानिए वजह…