हम एक ऐसे दुनिया में रहते है, जहां हर इंसान की प्राथमिकता अलग अलग होती है, पर वही बात एक इंसान की पर्सनल लाइफ और प्रोफेशनल लाइफ पर आ जाए तो यह निर्णय लेना कठिन हो जाता हैं। आज हम आपको एक आईएएस ऑफिसर के बारे में बताने जा रहे है, जिन्होंने अपने परिवार को ज्यादा इंपोर्टेंस दी और अपना डीएम पद को छोड़ दिया। जैसे की हम जानते है एक सरकारी नोकरी पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, वैसे की इस आईएएस ने भी काफी मेहनत और लगन से परीक्षा की तैयारी कर इस पद को पाया था। पर उन्होंने अपने परिवार के प्रति कर्तव्य को समझा और अपनी सरकारी नौकरी को त्याग दिया, आइए जानते इनके बारे में।
आइए जानते है आईएएस ऑफिसर नितिन भदोरिया के बारे मे
आपको बता दें, आईएएस ऑफिसर नितिन ने अपना डीएम का पद इसलिए छोड़ दिया क्योंकि उस वक्त उनकी पत्नी प्रेग्नेंट थी। अपने काम के कारण वे अपनी पत्नी की देखभाल नहीं कर पा रहें थे। डीएम का पद किसी भी इंसान के लिए एक अहम जिम्मेदारी होती है, इस काम से समय ना निकाल पाने के कारण उन्होंने अपने डीएम पद से इस्तीफा देना ठीक समझा और अपनी पत्नी के डिलीवरी तक घर पर ही रहे, और अपनी पत्नी का ध्यान दिया।
पति पत्नी के रिश्ते के लिए शानदार मिसाल
खबरों से सुनने में आया है की, दोनों पति पत्नी के बीच काफ़ी अच्छा तालमेल हैं। दोनों एक दूसरे को समझते है और एक दूसरे के लिए तत्पर रहते हैं। आपको बता दें, 2016 में आईएएस नितिन भदौरिया पिथौरागढ़ में डीएम के पद पर थे और सेवाएं दे रहे थे। उसके बाद उनकी पत्नी प्रेगनेंट हो गई जिसके बाद वे अपनी पत्नी के देखभाल करने के लिए डीएम का पद छोड़ दिया और सीडीओ के पद पर तैनात हो गए। बच्चें के जन्म के बाद वर्ष 2018 में दोनों पति-पत्नी की किस्मत ही बदल गई, दोनों को एसडीएम का चार्ज मिल गया। आपको बता दें, नितिन को उस वक्त अल्मोड़ा डिस्ट्रिक्ट का डीएम पद मिला और उनकी पत्नी स्वाति को चमोली जिले के डिस्टिक मजिस्ट्रेट का उत्तर दायित्व। यहीं नही इन दोनों ने अपने बेटे को आंगनवाड़ी में पढ़ाना शुरू कर दिया हैं।