आज महेंद्र सिंह धोनी को कौन नहीं जानता, बोला जाता है, इस खिलाड़ी ने इंडियन क्रिकेट को एक पुनर्जन्म दिया हैं। आज इंडियन क्रिकेट का कद जो काफी ऊंचाई पर है, उसके पीछे नाम एमएस धौनी का हैं। कैप्टन कूल’ के नाम से जानें जाते महेंद्र सिर्फ एक लेजेंड्री क्रिकेटर के साथ साथ एक बेहतरीन इंसान भी है जो अपने फैमिली के लिए समर्पित रहते हैं। एमएस धोनी ने जिस तरह अपने क्रिकेट के कैरियर में मैजिक लाया उसी तरह उनकी लव स्टोरी भी काफी मैजिकल थी।
हम सभी जानते है, एमएस धोनी और साक्षी की लव स्टोरी की बायोपिक फिल्म भी बन चुकी है, जो लोगों को काफ़ी पसंद आई थी। इस फिल्म का नाम था, ‘एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ जो इन दोनों की अनोखी प्रेम कहानी को दिखाया था। चलिए आज हम आपको इनकी अनोखी लव स्टोरी के कुछ किस्सों के बारे में बताते हैं। आपको यह जानकर हैरानी होंगी, साक्षी और धोनी दोनों बचपन से एक दूसरे को जानते थे, दोनों के पिता रांची के ‘MECON’ कंपनी में काम करते थे। दोनों एक दूसरे को काफ़ी अच्छे से जानते थे, यहीं नहीदोनों ने एक साथ स्कूल में भी पढ़ाई की थी। पर फिर साक्षी की फैमिली देहरादून में शिफ्ट हो गई थी और दोनों के रास्ते अलग अलग हो गए।
साक्षी का जन्म असम के तिनसुकिया जिले के लेखपानी टाउन में हुआ था, वहीं उन्होंने अपना प्राइमरी एजुकेशन देहरादून के वेल्हम गर्ल्स कॉलेज से पूरा किया था। उसके बाद इन्होंने रांची के जवाहर विद्या मंदिर से अपनी आगे की पढ़ाई की। एक हैरान करने वाली बात यह है कि बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा भी साक्षी को पहले से जानते थे। वे दोनों वेल्हम गर्ल्स स्कूल में क्लासमेट हुआ करती थीं। आपको बता दें, साक्षी ने औरंगाबाद के इंस्टीट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट से होटल मैनेजमेंट की डिग्री ली हैं।
10 साल बाद फिर मिले थे दोनों
आपकी जानकारी के लिए बता दें, 10 साल बाद कोलकाता में फिर मिले थे, एमएस धोनी और साक्षी। यह साल 2007 की बात है, जब टीम इंडिया कोलकाता के होटल ताज बंगाल में रुके थे। उस समय भारत का ईडेन गार्डन स्टेडियम में मैच था वह भी पाकिस्तान के खिलाफ। आपको यह बता दें, शादी से पहले, साक्षी महाराष्ट्र में होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहीं थीं। जब टीम इंडिया ताज बंगाल में रुकी थीं, तब साक्षी वहा इंटर्नशिप कर रही थीं। इंटर्नशिप के दौरान एमएस धोनी के मैनेजर ने उन्हें साक्षी से मिलवाया था। आपको बता दें, साक्षी, युद्धजीत की दोस्त थी। वह यही वक्त था, जब धोनी साक्षी पर फ़िदा हो गए थे, और उन्होंने उनसे नंबर भी मांगा था, थोड़े दिन बाद उन दोनो की मैसेजस में बात होनी शुरू हो गई थी।
इस स्टोरी का एक दूसरा साइड यह है कि साक्षी धोनी को उनके नाम या चेहरे से नहीं पहचानती थीं, बस उनकी मां ने उन्हें बताया था कि, इंडियनक्रिकेट टीम में एक पहाड़ी लड़का है, चूंकि साक्षी भी पहाड़ी थीं, इसलिए वो धोनी से मिलने चाहती थीं।
धौनी के बारे में काफ़ी कम कोई यह जानते है की, वे प्यार की पिच पर इतना सक्सेसफुल नहीं रहे हैं। उनके दोस्त उन्हे ‘होपलेस रोमांटिक’ के नाम से चिढ़ाते थे। आपको बता दें, जब साक्षी का नंबर लेने के बाद जब धोनी ने उन्हें कई बार मैसेज किया, तो साक्षी को लगा कि उनके साथ धोनी के नाम से कोई मजाक कर रहा हैं।
आपको बता दें, काफ़ी दिनों तक एक दूसरे को जानने के बाद इन दोनों ने 2008 से डेट करना शुरू किया। यहीं नही, डेट करने वाले साल साक्षी ने धोनी का बर्थडे पार्टी भी अटेंड किया था। लेकिन पार्टी में धोनी साक्षी को ज्यादा समय नहीं दे पाए थे, इसलिए उन्होंने अपने दोस्तों से एक घंटे का ऑफ लेते हुए साक्षी को पर्सनली उनके रिश्तेदार के घर ड्रॉप किया था। इन दोनों की रिलेशनशिप से लेकर शादी काफ़ी सीक्रेट रखी गई। यहां तक मीडिया को भी इस ग्रैंड वेडिंग के बारे में भनक नहीं थी।
साक्षी ने अपनी शादी पर बेहद खुबसूरत रेड और ग्रीन कलर का सब्यसाची लहंगा पहना था, और इसके साथ उन्होंने अपने ड्रेस को ग्रीन कलर की चोली के साथ पेयर किया था। यही नही, एक डबल दुपट्टे के साथ एक दुपट्टे को उनके कंधे पर लपेटा गया था, जो उनका लुक चेंज कर रहा था। इस ब्राइडल लुक के साथ साथ हैवी नेकपीस, मांग टीका, नथ और लाल चूड़ियों उन पर काफ़ी खुबसूरत लग रहीं थी।
आपकी जानकारी के लिए बता दे, एमएस धोनी और साक्षी की सगाई 3 जुलाई 2010 को देहरादून के होटल कॉम्पीटेंट में हुई थी, और इसके अगले दिन विश्रांति रिजॉर्ट में इन दोनो को शादी। इस शादी में जॉन अब्राहम, डायरेक्टर फराह खान, धोनी के टीममेट्स सुरेश रैना,आरपी सिंह, हरभजन सिंह, आशीष नेहरा व इंडियन पॉलिटिशियन शरद पवार, वसुंधरा राजे जैसे लोग शामिल हुए थे। पर आपको बता दें, साक्षी से शादी करने से बाद से ही,धोनी सक्सेस की सीढ़ियों पर चढ़ते चले गए, और उनकी बतौर प्लेयर परफॉर्मेंस बेहतर होती चली गई।
एक बार एमएस धोनी ने कुछ इस तरह कह कर अपनी जिंदगी में साक्षी के महत्व के बारे में बताया था, ‘साक्षी मुझे वो चिंगारी देती है,जो मुझे कभी-कभी चाहिए होती है.वो प्यार करने वाली और प्रेरणादायक दोनों है.एक दिन हम लोग एक साथ सुंदर जगहें देखेंगे और वो कहती है कि,क्या तब मैं अपनी प्रायोरिटी लिस्ट में उन्हें दूसरे नंबर पर ला सकता हूं। लेकिन अभी मैं यहां क्रिकेट खेलने के लिए हूं.मुझे देश के लिए खेलने का गौरव मिला है, तो मैं उसे अभी देखना चाहता हूं’।
वे आगे कहते है, ‘जब तक वो अपनी जिंदगी एक प्लेयर की तरह जिएंगे,तब तक साक्षी उनकी जिंदगी में तीसरे स्थान पर रहेंगी.उन्होंने कहा था,“मैं अपने देश से प्यार करता हूं.मैं अपनी वाइफ से कहता हूं कि,वो मेरे देश और पेरेंट्स के बाद मेरी जिंदगी की तीसरी सबसे इम्पोर्टेंट चीज हैं.पॉइंट ये है कि,मेरे एक इंडियन क्रिकेटर रहते हुए मुझे खुद को देश के लिए समर्पित करना जरूरी है.क्रिकेट सब कुछ नहीं है, लेकिन ये जो मैं हूं उसका एक बड़ा हिस्सा है’।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, 6 फरवरी 2015 को पिता बने थे, उस समय ऑस्ट्रेलिया में ODI वर्ल्ड कप चल रहा था। इसकी खबर उनके क्लोज फ्रेंड सुरेश रैना ने दी थी, पर धोनी ने उस दौरान अपने पिता की ड्यूटी के ऊपर अपनी कप्तान की ड्यूटी रखी थी। आपको बता दें, उनकी एक बेटी हुई थी, जिसका नाम ‘जीवा’ रखा गया हैं। यह नाम मूल रूप से एक हिब्रू नाम है, जिसका मतलब ‘चमक’, ‘तेज’, ‘प्रकाश’ और ‘भगवान का प्रकाश’ होता हैं।