BharatRatnaForRatanTata : रतन टाटा को भारत रत्न देने की मांग एक बार फिर से जोर पकड़ रही है। हाल ही में, शिवसेना के एक नेता ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर इस मांग को उठाया है। यह पत्र रतन टाटा की सामाजिक और आर्थिक सेवा को ध्यान में रखते हुए लिखा गया है, जिसमें उनके योगदान की सराहना की गई है।
रतन टाटा का योगदान

रतन टाटा, जो टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन हैं, ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। उन्होंने 1991 में टाटा समूह की कमान संभाली और 2012 तक इस पद पर रहे। उनके नेतृत्व में, टाटा समूह ने वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई और कई उद्योगों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। रतन टाटा को उनकी सादगी और दयालुता के लिए जाना जाता है।
सामाजिक कार्य
रतन टाटा ने न केवल व्यवसाय में बल्कि समाज सेवा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कई सामाजिक परियोजनाओं का समर्थन किया, जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास। कोरोना महामारी के दौरान भी उन्होंने लोगों की मदद की और जरूरतमंदों के लिए सहायता प्रदान की।
भारत रत्न की मांग (BharatRatnaForRatanTata )
हाल ही में सोशल मीडिया पर रतन टाटा को भारत रत्न देने की मांग उठी है। यह अभियान तब शुरू हुआ जब एक यूजर ने रतन टाटा की सादगी का एक वीडियो शेयर किया और लिखा कि “भारत रत्न के लिए केवल एक विकल्प श्री रतन टाटा”। इसके बाद से इस मुद्दे पर कई लोग अपनी राय साझा कर रहे हैं और #BharatRatnaForRatanTata हैशटैग के साथ ट्वीट कर रहे हैं।
जनहित याचिका
दिल्ली हाई कोर्ट में भी रतन टाटा को भारत रत्न देने की मांग को लेकर एक जनहित याचिका दायर की गई थी। हालांकि, कोर्ट ने इस याचिका पर नाराजगी जताई और कहा कि यह अदालत का काम नहीं है कि वह तय करे कि किसे भारत रत्न दिया जाए। इसके बावजूद, रतन टाटा के समर्थकों का मानना है कि उन्हें यह सम्मान मिलना चाहिए।
रतन टाटा का सम्मान
रतन टाटा को पहले ही पद्म भूषण (2000) और पद्म विभूषण (2008) जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुके हैं। लेकिन भारत रत्न, जो देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, अब तक उन्हें नहीं मिला है। इस संबंध में कई लोगों का कहना है कि उन्हें यह सम्मान बहुत पहले मिल जाना चाहिए था।
जेआरडी टाटा का उदाहरण
भारत में अब तक केवल एक ही उद्योगपति को भारत रत्न दिया गया है, वह हैं जेआरडी टाटा, जो रतन टाटा के परिवार से ताल्लुक रखते हैं। जेआरडी टाटा को 1992 में यह सम्मान मिला था। उनके कार्यकाल में टाटा समूह ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की थीं।
रतन टाटा का जीवन और कार्य हमें प्रेरित करते हैं। उनकी सादगी, दयालुता और समाज सेवा के प्रति समर्पण उन्हें भारतीय समाज में एक विशेष स्थान दिलाता है। इसलिए, यह स्वाभाविक है कि लोग उन्हें भारत रत्न देने की मांग कर रहे हैं। चाहे यह सोशल मीडिया पर हो या न्यायालय में, उनकी प्रशंसा का यह सिलसिला जारी रहेगा।