बागेश्वर बाबा की पदयात्रा में शामिल होने के बाद बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त पर कुछ एक्टरों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। संजय दत्त ने हाल ही में मध्य प्रदेश में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की ‘सनातन हिंदू एकता पदयात्रा’ में भाग लिया। इस यात्रा का उद्देश्य हिंदू एकता को बढ़ावा देना और समाज में जागरूकता फैलाना है। संजय दत्त ने इस यात्रा में भाग लेते हुए भगवा झंडा लहराया और धीरेंद्र शास्त्री के साथ मिलकर यात्रा का हिस्सा बने।
संजय दत्त की पदयात्रा में भागीदारी
संजय दत्त ने इस यात्रा में शामिल होकर अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा बहुत महत्वपूर्ण है और इससे समाज में जागरूकता बढ़ेगी। संजय ने अपने पिता सुनील दत्त का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके पिता भी ऐसी यात्राओं का हिस्सा रहे थे और वे भी समाज सेवा के प्रति समर्पित थे। संजय ने धीरेंद्र शास्त्री के काम की सराहना की और कहा कि उनकी मेहनत से लोग जुड़ रहे हैं, जो कि बहुत बड़ी बात है।
बॉलीवुड में प्रतिक्रियाएँ
हालांकि, संजय दत्त की इस यात्रा पर कुछ बॉलीवुड एक्टरों ने तीखी टिप्पणियाँ की हैं। अभिनेता कमाल आर खान (KRK) ने सोशल मीडिया पर संजय दत्त की भागीदारी को लेकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि उन्हें देखकर दुख हुआ कि एक अभिनेता जो इतने वर्षों से फिल्म इंडस्ट्री में है, वह इस तरह की गतिविधियों में शामिल हो रहा है। KRK ने यह भी कहा कि इससे यह संदेश जाता है कि फिल्म इंडस्ट्री में कुछ लोग अपनी पहचान को भुला रहे हैं।
Sunil Dutt Sahab Aakhri Saans Tak Lade, jhuke Nahi. Aaj @duttsanjay Ko iss Meethe Baba Ki Jai Jaikaar Karte Huwe Dekh Kar Bahut Dukh Huwa. pic.twitter.com/RHnwC62nfp
— KRK (@kamaalrkhan) November 29, 2024
धीरेंद्र शास्त्री का समर्थन
धीरेंद्र शास्त्री ने संजय दत्त के यात्रा में शामिल होने पर कहा कि उनका परिवार बागेश्वर धाम का सदस्य है और वे हमेशा उनके साथ रहेंगे। उन्होंने कहा कि संजय दत्त जैसे व्यक्तित्व का होना देश के लिए आवश्यक है, क्योंकि वे आम आदमी को भी सुपरस्टार मानते हैं।
सामाजिक प्रभाव
संजय दत्त की इस यात्रा से न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक मुद्दों पर भी चर्चा हो रही है। उनके साथ ‘द ग्रेट खली’ जैसे अन्य मशहूर व्यक्तित्व भी शामिल हुए, जो इस यात्रा को और अधिक चर्चित बना रहे हैं। संजय ने यह भी कहा कि वह इस यात्रा को मुंबई तक ले जाने की योजना बना रहे हैं, जिससे यह संदेश और अधिक लोगों तक पहुंचेगा।
संजय दत्त की बागेश्वर बाबा की पदयात्रा में भागीदारी ने एक बार फिर से बॉलीवुड और धार्मिक गतिविधियों के बीच के संबंधों को उजागर किया है। जहां कुछ लोग इसे सकारात्मक दृष्टिकोण से देख रहे हैं, वहीं कुछ अन्य इसे आलोचना का विषय बना रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या संजय दत्त अपने इस प्रयास से समाज में कोई महत्वपूर्ण बदलाव लाने में सफल होते हैं या नहीं।