1995 में आचार्य बालकृष्ण और बाबा रामदेव ने दिव्य फार्मेसी की शुरुआत करते हुए कारोबार की दुनिया में जबरदस्त एंट्री की थी. लगभग 10 साल की मेहनत के बाद 2006 में उन्होंने पतंजलि की स्थापना की. इसके बाद से बाबा रामदेव और बालकृष्ण ने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार आगे बढ़ते जा रहे हैं.
बताया जाता हैं कि आचार्य बालकृष्ण पतंजलि आयुर्वेद की प्लानिंग में सबसे अहम भूमिका निभाते हैं. इतना ही नहीं इसमें उनकी 98.25 फीसदी हिस्सेदारी भी हैं. इसके आलावा वह पतंजलि ग्रुप की ओर से स्थापित किए गए पतंजलि यूनिवर्सिटी के मुखिया भी हैं.
बालकृष्ण की शिक्षा की बात करे तो उन्होंने शुरुआती शिक्षा गुरुकुल से की हैं. जबकि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने वाराणसी के संपूर्णनंद संस्कृत यूनिवर्सिटी से हाई स्कूल और ग्रेजुएशन डिग्री शामिल है.
पतंजलि योगपीठ के हेड ऑफिस की प्रमुख बिल्डिंग में बने हॉस्पिटल की पहली मंजिल पर स्थित साधारण से ऑफिस में आचार्य बालकृष्ण काम करते हैं. उनके ऑफिस में बाबा रामदेव की ढेर सारी फोटो भी लगी हुई हैं.
वैसे तो आचार्य बालकृष्ण एक बेहद साधा जीवन जीवन पसंद करते हैं लेकिन उनके पास एक रेंज रोवर कार हैं जिससे उन्हें अक्सर सफर करते हुए देखा जाता हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आचार्य ने एक बार बताया था कि वह इस कार का इस्तेमाल इसलिए करते हैं कि ये गाडी काफी सुरक्षित हैं.
इन्टरनेट के ज़माने में आचार्य बाल कृष्ण आईफोन इस्तेमाल करते हैं. उनके बारे में बताया जाता हैं कि वह अपने काम से एक भी छुट्टी नहीं लेते हैं.
आचार्य बाल कृष्ण की कुल संपत्ति जानकर सभी होश उड़ सकते हैं. हुरून इंडिया रिच लिस्ट के अनुसार बाल कृष्ण की नेट वर्थ लगभग 46 हजार 800 करोड़ से ज्यादा हैं.