Covishield Vaccine : कोविड-19 की वैक्सीन बनाने वाले कंपनी एस्ट्राजेनेका इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई हैं. दरअसल कंपनी से ये स्वीकार किया हैं कि उन्हें द्वारा बनाई गई कोविशील्ड वैक्सीन से कुछ साइड-इफेक्ट्स हो सकते हैं. जब से मीडिया में ये खबर आई हैं तब से कोविशील्ड लगवाने वाले लोग काफी चिंतित और परेशान हैं.
इसी बीच आज इस लेख में हम इसी बार पर चर्चा करेंगे कि आखिर कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वाले लोगों को अपनी सेहत या साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंता करनी चाहिए या नहीं.
किसी भी बीमारी के लिए वैक्सीन बनाना बेहद ही काफी मुश्किल काम होता हैं. ऐसे में इसके लिए कई टेस्ट और काफी ट्रायल से भी गुजरना पड़ता हैं. इसके बावजूद वैक्सीन से कुछ साइड-इफेक्ट्स हो सकते हैं.
Covishield Vaccine से कौन-कौन से साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड भी अन्य वैक्सीन से अलग नहीं है. दावा किया जा रहा हैं कि इस वैक्सीन से कुछ लोगों में थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) नामक बीमारी हो सकती है. जिससे इंसान की बॉडी में की दुर्लभ खून के थक्के जमने लगते है. यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) ने दावा किया हैं कि कोविशील्ड वैक्सीन लेने वाले कुछ लोगों में खून के थक्कों के कुछ मामले सामने आए हैं. लेकिन इनमें से ज्यादातर मामले 60 साल से कम उम्र की महिलाओं में ही देखने को मिले हैं.
इस खबर से लोगों के मन भी डर का माहौल हैं लेकिन लोगों ये समझना चाहिए कि ऐसा बेहद ही कम लोगों में हुआ हैं और इसके मामलें बेहद ही कम हैं. ईएमए ने ये भी कहा कि इस वैक्सीन के फायदे अभी भी इसके जोखिमो से ज़्यादा हैं. सबसे अहम बात ये हैं कि अभी तक इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि कोविशील्ड ही खून के थक्कों का कारण बन रही है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने एक बयान जारी करते हुए कहा हैं कि घबराने और वैक्सीन का इस्तेमाल बंद करने की कोई भी जरूरत दिखाई नहीं देती हैं.
क्या Covishield Vaccine लगवाने वालों को चिंता करनी चाहिए?
इस बेहद ही गंभीर विषय पर बीएलके मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में न्यूरोलॉजी के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ विनित बांगा ने लोगों के चिंता पर बात करते हुए बताया कि कोविड-19 वैक्सीन के बारे में डर और चिंता होना नॉर्मल है, लेकिन विश्वसनीय जानकारी पर भरोसा करना भी बेहद ही जरुर हैं. कोवैक्सिन और कोविशील्ड वैक्सीन दोनों के सुरक्षा के लिए बेहद सावधानी और मुश्किल टेस्ट किया गया है. एक तरफ कोवैक्सिन एक निष्क्रिय विषाणु वैक्सीन है, दूसरी तरफ कोविशील्ड एक विषाणु वेक्टर वैक्सीन है. दोनों ही वैक्सीन कोरोना जैस गंभीर बीमारी को रोकने में बेहद ही असरदार रहे है.’
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