Jitendra Become Heroine: बॉलीवुड दुनिया के सबसे फेमस फिल्म इंडस्ट्री हैं. प्रत्येक वर्ष देश के कोने-कोने से लाखों युवा बॉलीवुड में करियर बनाने के लिए मुंबई आते हैं लेकिन कुछ ही चुनिन्दा प्रतिभाशाली और टैलेंटेड लोगों को सफलता मिल पाती हैं. आज इस लेख में हम एक ऐसे एक्टर के बारे में जानेगे, जिन्होंने एक बेहद साधारण और आर्थिक रूप से कमजोर परिवार में जन्म लिया था लेकिन अपनी मेहनत और प्रतिभा के दम पर खूब को बॉलीवुड का सुपरस्टार बना दिया. हम बात कर रहे हैं एक्टर जितेन्द्र की.
जब फिल्म हीरोइन बने जितेंद्र
60 के दशक में जितेंद्र फिल्म इंडस्ट्री में न्यूकमर थे और हीरो बनने का सपना उनकी आंखों बसाए फिरते थे. संघर्ष का दौर चल रहा था और जितेंद्र को एक अच्छी फिल्म की तलाश थी. इसी दौरान उन्हें एक फिल्म का ऑफर मिला. इस फिल्म का नाम ‘नवरंग’ था. इस फिल्म को उस दौर के मशहूर डायरेक्टर वी. शांताराम डायरेक्ट कर रहे थे. लेकिन जब जितेंद्र को ये फिल्म ऑफर हुई तो वह खुश थे.
जितेंद्र को लगा था कि इतने बड़े डायरेक्टर ने उन्हें फिल्म में हीरो का रोल दिया है. हालांकि जब उन्हें सच्चाई का पता चला तो उनके होश उड़ गए. दरअसल इस फिल्म में उन्हें हीरो नहीं बल्कि हीरोइन के बॉडी डबल का रोल प्ले करना था. जब लेट नाईट पार्टी से घर आई एकता कपूर तो ऐसा होता था Jitendra और शोभा का रिएक्शन
जितेन्द्र को इस रोल से काफी निराशा हुई थी लेकिन वह किसी भी कीमत पर इतने बड़े डायरेक्टर शांताराम की फिल्म को छोड़ना नहीं चाहते थे. ऐसे में वह हीरोइन के बॉडी डबल के तौर पर काम करने के लिए तैयार हो गए. कुछ समय पहले जितेंद्र ने इससे जुड़ा एक किस्सा बताया कि, “हम बीकानेर में शूटिंग कर रहे थे. शांताराम को देरी पसंद नहीं थी. जब मैं रात के खाने के लिए देर से पहुंचा, तो वह गुस्सा हो गए और मुझे वापस जाने के लिए कहा. उसने मेरे मेकअप मैन से कहा कि अगले दिन मुझे कपड़े मत पहनाओ.”
जितेंद्र ने आगे बताया, “मैं सुबह 5 बजे उठा और मेकअप मैन को मुझे तैयार करने को कहा. जब मैं रोते हुए वी शांताराम के कमरे में गया तो वह मेरी तैयारी देखकर हैरान रह गए और फिर मैंने उन्हें अपने काम से खुश किया. इसके बाद मुझे फिल्म में संध्या के बॉडी डबल्स का रोल मिला. फिल्म तो हिट रही लेकिन जितेंद्र को इसका कोई फायदा नहीं हुआ. इसके बाद जितेंद्र 1964 में आई फिल्म ‘गीत गया पत्थरों’ में नजर आए जो ज्यादा सफल नहीं रही. इसके बाद साल 1967 की फिल्म फर्ज के जितेंद्र के करियर में जबरदस्त फायदा हुआ और फिर वह कई बेहतरीन हिट फिल्में देकर इंडस्ट्री के सुपरस्टार बन गए.”