बॉलीवुड के मशहूर एक्टर ए के हंगल की आज डेथ एनीवर्सरी हैं. 26 अगस्त 2012 को आज के दिन ही 10 साल पहले उनका निधन हुआ था. ये दिवंगत एक्टर एक ऐसे कलाकार थे, जिन्होंने 50 साल की उम्र में बॉलीवुड में डेब्यू किया और लगभग 200 से अधिक फिल्मों में काम किया.
इस दिग्गज की एक्टिंग सबसे देखी हैं लेकिन बेहद कम लोग ये जानते होंगे कि हंगल साहब ने एक स्टूडेंट के रूप में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा लिया. वह जलियांवाला बाग में नरसंहार के खिलाफ उत्तर पश्चिम सीमांत प्रांत में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. बाद में वे कराची चले गए, जहां उन्होंने ब्रिटिश शासन का विरोध करने के लिए तीन साल जेल में बिताए. वह भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की पत्नी कमला नेहरू, ए के हंगल की मां की चचेरी बहन थीं. बॉलीवुड के 5 दिग्गज जो अंतिम दिनों में पाई पाई को मोहताज हो गए
बात अगर इस दिग्गज एक्टर की एक्टिंग की करें तो उन्होंने 52 साल की उम्र में साल 1966 ‘तीसरी कसम’ से डेब्यू किया था. जिसके बाद उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा. बताया जाता हैं कि एक बार शिवसेना के प्रमुख बाल ठाकरे ने एके हंगल की फिल्मों पर बैन लगा दिया था.
दरअसल हंगल साहब प्रत्येक वर्ष पाकिस्तान के नेशनल डे पर हिस्सा लेते थे जोकि ठाकरे को नागवार गुजरता था. हंगल साहब ने अपने करियर में 225 फिल्मों में काम किया लेकिन अपने जीवन के आखिरी दिनों में वह पाई-पाई के मोहताज़ हो गए थे. उनके पास उनके ईलाज के लिए भी पैसे नहीं थे. जानिए क्यों ‘शोले’ फिल्म के रहीम चाचा को 3 साल जेल में रहना पड़ा
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो ए.के हंगल के बेटे ने जब खराब आर्थिक स्थिति के बारे में बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को बताया तो उन्होंने एके हंगल के ईलाज के लिए 20 लाख रूपए दिए थे. सिर्फ अमिताभ ही नहीं बल्कि करण जौहर सहित इंडस्ट्री के कई लोगों ने भी उनकी आर्थिक मदद की थी.