टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत के लिए गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा के गाँव खांडरा में इन दिनों जश्न का माहौल हैं. परिवार वाले पुरे गाँव में ढोल नगाड़ों के साथ मिठाई बाँट रहे हैं. जबकि उनकी दादी ने भी अपने पोते के लिए बेहद खास तैयारी की हैं. नीरज जब घर आएगा तो दादी अपने हाथ का बना चूरमा उन्हें खिलाएगी. दूसरी तरह उनकी बहन ने भी रक्षाबंधन त्यौहार को लेकर काफी तैयारियां की हैं.
7 अगस्त 2021 को जैसी ही नीरज ने गोल्ड मेडल जीता वैसा ही उनके परिवार वालों के ख़ुशी के आंसू नहीं रुके. उन्होंने अपनी बहन गीता और सरिता को रक्षाबंधन पर ऐसा गिफ्ट दिया हैं जोकि आज तक किसी ने नहीं दिया होगा. इस बेहद खास गिफ्ट को उनकी बहनें ही नहीं बल्कि पूरा देश कभी नहीं भूल पाएगा.
नीरज की माँ का कहना हैं कि उन्हें बेटे ही 11 साल की कड़ी मेहनत अब रंग लायी हैं और वह बेटे के लौटने पर उनके पसंद का खाना बनाएगी. नीरज चोपड़ा की सफलता में उनके पिता सतीश चोपड़ा की भूमिका सबसे खास रही हैं. जिसके कारण वह काफी खुश हैं और उनका कहना हैं कि आज बेटे की जीत के बाद अपना सीना फक्र से चोडा हो गया हैं. उन्होंने बताया कि शनिवार को वह सुबह से ही अपने पड़ोसियों के साथ उनके मैच के इंतज़ार में टीवी के सामने बैठे थे. जैसे ही उनके बेटे ने गोल्ड जीता तो वह अपने आंसू नहीं रोक पाए. नीरज के स्वर्ण पदक जीतने के बाद गांव खांडरा के लोग ख़ुशी ने नाचने लगे. दरअसल उनके पड़ोसियों ने उनके मैच के लिए चौराहें पर ही स्कीन लगा रखी थी और जैसी ही उन्होंने पदक जीता तो गाँव में ख़ुशी की लहर दौड़ पड़ी. नीरक चोपड़ा ने डीएवी कॉलेज से पढ़ाई की है. उन्होंने जैसे ही पदक जीता तो कॉलेज में जश्न मनने लगा. स्टूडेंट्स, टीचर्स कॉलेज सब ख़ुशी में घुमने लगे. जिसकी फोटो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी.