साल 2016 में गुजरात की रहने वाली एक बेटी ने अपने पिता के जन्मदिन के मौके पर उन्हें अपना लीवर डोनेट करके मिशाल कायम की. भावी नाम की लड़की के पिता विश्वजीत मेहरा एक डायमंड कंपनी के मेनेजर थे लेकिन ड्यूटी के दौरान उनकी तबियत बिगड़ी. जब डॉक्टर ने जरुरी जांच कियें तो पता चला था कि उनका लीवर खराब हो चूका हैं.
विश्वजीत का साल 2014 तक लीवर खराब हो चूका था और डॉक्टरों ने उन्हें लीवर ट्रांसप्लांट करने की सलाह दी थी. विश्वजीत भी लीवर ट्रांसप्लांट कराने के लिए राजी हो गए थे. कई रिश्तेदार और करीबी उन्हें लीवर देने के लिए तैयार थे लेकिन उनकी बेटी भावी ने अपना लीवर डोनेट करने का फैसला किया. जिसके बाद साल 2016 में भावी ने पिता के जन्मदिन के मौके पर लीवर डोनेट किया.
बेटी के लीवर डोनेट के फैसले पर उनके पिता विश्वजीत मेहरा ने कहा, “इस दुनिया में मेरी 2 मां हैं. एक जन्म देने वाली मां है और दूसरी मुझे जीवन देनी वाली मेरी बेटी. जिसने मुझे लीवर देकर एक नया जीवन दिया है. 2014 में मेरे लीवर में परेशानी हुई और इत्तेफाक से मेरे बर्थडे वाले दिन ही मेरा ऑपरेशन हुआ. मेरी बेटी ने मेरे जन्मदिन पर अपना लीवर मुझे गिफ्ट के रूप में दिया. बेटी के फैसले के बाद मैंने अपनी बेटी को काफी समझाया की वो ऐसा ना करे हालाँकि उसने एक ना सुनी और मुझे लीवर दे दिया. मेरे दोस्तों ने भी कहा कि बेटी लीवर डोनेट करके अपनी जिंदगी खराब कर रही हैं लेकिन वो जिद पर अड़ी रही.”
विदेशी लड़के का आया भावी पर दिल
2016 में जब लीवर डोनेट की खबर वायरल हुई तो उस समय कनाडा में रहने वाले एक लड़के ने भावी के बारे में सुना और उससे शादी का फैसला कर लिया. दरअसल भावी ने जब लीवर डोनेट किया तब कनाडा का युवक तेजस त्रिवेदी गुजरात घूमने आया हुआ था और वह शादी के लिए एक लड़की की तलाश में था, इसी दौरान उन्हें भावी का पता चला और उन्होंने भावी से मिलने के फैसला किया.
तेजस के परिवार वालों ने उन्हें खूब समझाया था कि एक किडनी वाली लड़की से शादी करना सही नहीं हैं लेकिन वह जिद पर अड़ा रहा और भावी से शादी कर ली. वर्तमान में तेजस और भावी कनाडा में रहते हैं और उनका बच्चा भी हैं.