कहा जाता है कि ऊपर वाला जब भी देता है छप्पर फाड़ के देता है। ऐसी ही एक घटना के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं । किसान की बेटी पीएम आवास योजना के तहत अपना अकाउंट नंबर दिया तब से खाते में लगभग 9 करोड ₹99 लाख रुपए आ गए। यह घटना रतनपुरा गांव की है जहां किसान की बेटी के खाते में लगभग 9 करोड रुपए आने के बाद बवाल मच गया। पैसे आने के बाद जब वह लड़की अपनी मां के साथ बैंक पहुंची तो बैंक कर्मचारियों ने कहा कि उसके खाते में 9 करोड़ 99 लाख रुपए मौजूद है।
जिसके बाद वह लड़की काफी डर गई और उसने मामले की गंभीरता को समझते हुए अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में इस बात की रिपोर्ट लिखवाई और कार्रवाई करने की मांग की। आपको बता देगी किशोरी सरोज के पिता रकून पुरा मैं सूबेदार हैं। सरोज का इलाहाबाद बैंक में खाता है जिसमें वह अपनी जमा पूंजी को रखती हैं जब वह है इसी कारण बैंक में गई और उन्होंने अपने खाते में जमा पैसे की जानकारी लेना चाहिए तो बैंक कर्मचारी ने उन्हें बताया कि उनके खाते में लगभग 9 करोड़ 99 लाख रुपए हैं।
सरोज के लिए घटना काफी आचार्यजनक थी उनको यह सुनने के बाद इस बात पर विश्वास नहीं हुआ और उन्होंने बैंक मैनेजर को पत्र लिखते हुए अपने खाते की पूरी जानकारी लेना था उन्होंने कहा कि उनका यह खाता 2018 में खुला है और उनके खाते में कुछ ही पैसे जमा थे तो इतने पैसे आखिर उनके खाते में आए कहां से।
उन्होंने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि कानपुर के गांव बधीर के निवासी निलेश कुमार ने उनको फोन करके पीएम आवास योजना के तहत कुछ पैसे दिलाने की बात कही थी जिसके बाद उन्हें एक फोटो और उनका आधार कार्ड देने को बोला गया था।
जिसके बाद सरोज ने अपना आधार कार्ड की फोटो कॉपी और अपनी एक फोटो और कुछ जरूरी कागजात उस व्यक्ति के दिए गए पते पर भेज दिए थे जिसके बाद सरोज को डाक द्वारा एक एटीएम कार्ड भी मिला। निलेश ने सरोज से उसका एटीएम कार्ड मांगा जिसके बाद सरोज ने बिना कुछ सोचे समझे डाक द्वारा आई ए टी एम कार्ड को लिस्ट द्वारा बताए गए पते पर भेज दिया और अपना पिन कोड भी बता दिया।
सरोज ने लिखी अपनी रिपोर्ट में कहा कि उन्हें नहीं पता किया लंदन कहां से हुआ है और ना ही उसे इस घटना की जानकारी है। पुलिस ने जब घटना की जांच शुरू की तो नीलेश का कुछ अता पता नहीं चला और जिस फोन से सरोज को फोन आते थे वह फोन भी बंद पाया गया। पुलिस अभी इस मामले की छानबीन कर रही है।