राजेश खन्ना, हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार, ने अपने जीवन के अंतिम दिनों में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया था जो उनके परिवार के लिए विवाद का कारण बना। उन्होंने अपनी पत्नी डिंपल कपाड़िया को अपनी वसीयत में कुछ भी नहीं दिया, बल्कि अपनी संपत्ति को अपनी बेटियों, ट्विंकल खन्ना और रिंकी खन्ना के नाम कर दिया। यह निर्णय उनके जीवन के कई पहलुओं को उजागर करता है, जिसमें उनके व्यक्तिगत संबंध और संपत्ति के वितरण की प्रक्रिया शामिल है।
राजेश खन्ना का जीवन और करियर
राजेश खन्ना का जन्म 29 दिसंबर 1942 को अमृतसर, पंजाब में हुआ था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1966 में फिल्म “आखिरी खत” से की थी और जल्दी ही वे हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े सितारों में से एक बन गए। उनकी सफलता की कहानी में 17 लगातार हिट फिल्मों का रिकॉर्ड शामिल है, जिसने उन्हें “सुपरस्टार” का दर्जा दिलाया। हालांकि, उनके करियर में उतार-चढ़ाव भी आए, और अंततः उन्होंने बी-ग्रेड फिल्मों में काम करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
व्यक्तिगत जीवन
राजेश खन्ना और डिंपल कपाड़िया की शादी 1973 में हुई थी। इस जोड़ी के दो बेटियाँ हैं, ट्विंकल और रिंकी। हालांकि, समय के साथ उनका रिश्ता कमजोर होने लगा और वे अलग रहने लगे। इसके बावजूद, डिंपल ने राजेश खन्ना की बीमारी के दौरान उनकी देखभाल की।
वसीयत का विवाद
राजेश खन्ना ने 18 जुलाई 2012 को कैंसर से जूझते हुए अपनी अंतिम सांस ली। उनकी वसीयत को लेकर कई रिपोर्ट्स सामने आई हैं, जिनमें दावा किया गया है कि उन्होंने अपनी संपत्ति को अपनी बेटियों के नाम किया था और डिंपल कपाड़िया का नाम इसमें शामिल नहीं था।
अंतिम समय का निर्णय
रिपोर्ट्स के अनुसार, राजेश खन्ना ने अपनी वसीयत को अपने निधन से एक रात पहले बदला था[2][3]। इस वसीयत को उनकी बेटियों, दामाद अक्षय कुमार और डिंपल कपाड़िया की मौजूदगी में पढ़ा गया था। बताया जाता है कि राजेश खन्ना ने अपनी संपत्ति को दोनों बेटियों में बराबर बांटने का निर्णय लिया था, जबकि डिंपल को एक फूटी कौड़ी भी नहीं दी गई।
डिंपल कपाड़िया की प्रतिक्रिया
जब राजेश ने डिंपल को अपनी वसीयत के बारे में बताया, तो उन्होंने कुछ भी लेने से इनकार कर दिया था। डिंपल ने कहा कि उन्हें अपने बच्चों के लिए ही सब कुछ चाहिए।
संपत्ति का मूल्यांकन
राजेश खन्ना की संपत्ति का मूल्य लगभग 1000 करोड़ रुपये बताया गया है। यह राशि उनकी फिल्मों से अर्जित धन और अन्य निवेशों से प्राप्त हुई थी।
लिव-इन पार्टनर का दावा
राजेश खन्ना की जिंदगी में एक अन्य महत्वपूर्ण महिला अनीता आडवाणी थीं, जो उनके साथ लिव-इन रिलेशनशिप में थीं। उनके निधन के बाद अनीता ने भी संपत्ति पर अपना हक जताया था।
राजेश खन्ना की वसीयत और उनके अंतिम निर्णय ने न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे फिल्म उद्योग में हलचल मचा दी थी। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि कैसे व्यक्तिगत संबंध और वित्तीय मुद्दे कभी-कभी जटिल रूप ले लेते हैं।