दिल्ली के कंझावला में कुछ दिनों पहले एक लड़की के एक्सीडेंट की खबर सामने आई थी. इस घटना के दौरान कार में बैठे दरिंदो ने अंजलि नाम की लड़की को कथित तौर पर 13 किलोमीटर तक घसीटा था. जिसमे उसकी जान चली गई थी. इस घटना का सबसे हैरानी वाला क्षण तब आया जब इस बात खुलासा हुआ कि घटना के दौरान अंजलि को उसकी फ्रेंड अकेली छोड़कर भाग गई थी. इस घटना के बाद लोगों का दोस्ती से भरोसा उठ गया था लेकिन नोएडा से एक ऐसी खबर सामने आ रही हैं. जिसने दोस्ती की एक मिसाल कायम कर दी हैं.
नोएडा में कुछ दिनों पहले एक बीटेक फाइनल ईयर की छात्रा स्वीटी का एक्सीडेंट हो गया था. जिसके बाद उसकी जान बचाने के लिए उनके दोस्तों ने अपनी परीक्षा की तैयारी छोड़ दी और सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से दोस्त की मदद के लिए गुहार लगाई.उम्र पर भारी पड़ी सच्ची दोस्ती, सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई ये वीडियो
स्वीटी के दोस्तों ने उसकी आर्थिक मदद करने के लिए दिन रात एक कर दिया और कुछ ऐसा केर दिखाया, जिसकी अब सभी तारीफ कर रहे हैं. दरअसल दोस्तों ने सिर्फ 10 दिनों में लगभग 40 लाख रुपए जमा किया और स्वीटी का अच्छे से ईलाज कराया. जिसके बाद अब स्वीटी की हालत में सुधार है. उसे आईसीयू वार्ड से जनरल में शिफ्ट कर दिया गया है.
स्वीटी के पास नहीं थे ईलाज के पैसे
बता दे स्वीटी का नोएडा के सेक्टर डेल्टा टू के पास भीषण एक्सीडेंट हो गया था. जिसके बाद उसे नजदीक के कैलाश हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. लेकिन स्वीटी का परिवार अपनी बेटी का महंगा ईलाज करने में सक्षम नहीं था. जिसके बाद स्वीटी के कॉलेज के 8 दोस्त उसके लिए भगवान बनकर सामने आए और उसकी मदद से दिन रात एक कर दिया.
नवभारत में छपी एक खबर के अनुसार स्वीटी के दोस्त आशीर्वाद मणि त्रिपाठी, करण पांडे, आदर्श सिंह, राज श्रीवास्तव, अनुभव यादव, राजमणि, चंदन सिंह, शुभम, प्रतीक ने स्वीटी के परिवार को भरोसा दिलाया कि वे स्वीटी के ईलाज के लिए हर संभव कोशिश करेंगे और ईलाज में खर्च होने वाले पैसों का इंतजाम करेंगे. उन सभी 8 दोस्तों ने अपनी खुद की सेविंग और कुछ कॉलेज के दोस्तों से चन्दा जमा किया. इस तरह उन्होंने एक लाख रूपए जमा करके हॉस्पिटल में दिए और स्वीटी का ईलाज शुरू हुआ.अगर दोस्ती बचानी है तो भूलकर भी ना करें यह काम
स्वीटी की स्थिति देखकर शुरुआत में ही डॉक्टर ने बता दिया था कि ईलाज में लगभग 30 से 35 लाख तक का खर्चा आ सकता हैं. इसके बाद स्वीटी के दोस्तों ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक, ट्विटर और इन्स्टाग्राम पर स्वीटी की फोटो और उनके पिता का अकाउंट नंबर वायरल किया और जब लोगों को उन पर भरोसा हो गया तो लोगों ने मदद से लिए पैसे देने शुरू कर दिए और देखते ही देखते सिर्फ 10 दिनों में 30 लाख जमा हो गए.
स्वीटी की दोस्ती मेहनत और लगन से प्रेरित होकर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने अपने पुलिस विभाग के साथियों से मदद की गुहार लगायी और 10 लाख रूपए जुटाए.