विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक आईपीएल 2022 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का हिस्सा हैं और लगातार कंसिस्टेंट प्रदर्शन कर रहे हैं. हालाँकि बीतें कुछ सालों से वह टीम इंडिया का हिस्सा नहीं हैं लेकिन उनकी मौजूदा फॉर्म के बाद माना जा रहा हैं कि वह आगामी टी20 वर्ल्ड कप टीम इंडिया के लिए खेलते हुए दिखाई दे सकते हैं.स्क्वैश चैंपियन हैं दिनेश कार्तिक की पत्नी, खूबसूरती में देती हैं अनुष्का शर्मा को टक्कर
बता दे दिनेश कार्तिक ने सितम्बर 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स वनडे से डेब्यू किया था. दिलचस्प बात ये हैं कि उन्होंने अभी तक इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास नहीं लिया हैं. आज इस लेख में हम 5 ऐसे खिलाड़ियों के बारे में जानेगे, जिन्होंने दिनेश कार्तिक के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था लेकिन वह संन्यास का ऐलान कर चुके हैं.
1) अंबाती रायडू
दाएं हाथ के मध्य क्रम बल्लेबाज अंबाती रायडू ने जुलाई 2013 में जिम्बाब्वे के खिलाफ डेब्यू किया था. जिसके बाद इस खिलाड़ी ने 55 एकदिवसीय मैचों में 47.05 के शानदार औसत और 3 शतकों की मदद से 1694 रन बनाए.
साल 2019 के वर्ल्ड कप से पहले उन्हें नंबर 4 पर टीम इंडिया के प्रबल दावेदार माना जा रहा हैं लेकिन एक खराब सीरीज के बाद चयनकर्ताओं ने उन्हें टीम से बाहर कर दिया था. जिसके बाद रायडू ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया हैं. हालाँकि वह आईपीएल में अब भी चेन्नई सुपर किंग्स के प्रमुख खिलाड़ी हैं.
2) आरपी सिंह
रुद्र प्रताप सिंह उर्फ आरपी सिंह बाएं हाथ के तेज गेंदबाज थे जिन्होंने सितंबर 2005 में जिम्बाब्वे के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था. इस दमदार खिलाड़ी ने अपने शानदार करियर में 14 टेस्ट, 58 एकदिवसीय मैच खेले, जिसमें क्रमश 40 और 69 विकेट हासिल किये थे.
अपने शानदार प्रदर्शन के बावजूद उन्हें कई चोटों का सामना करना पड़ा. उन्होंने आईपीएल भी खेला, जहां उन्होंने 90 विकेट लिए. लेकिन कुछ कारणों से उन्होंने 2018 के सितंबर में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया.
3) प्रज्ञान ओझा
प्रज्ञान ओझा एक धीमी गति से बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स गेंदबाज थे, जिन्होंने मार्च 2005 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था. वह अपने दौर के सबसे सफल टेस्ट गेंदबाजों में से एक थे. अपने छोटे करियर में उन्होंने 24 टेस्ट मैचों में उन्होंने 2.69 की इकॉनमी से 113 विकेट अपने नाम किये थे. उन्होंने 18 वनडे और 6 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले. उन्होंने आखिरी बार 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ सचिन तेंदुलकर के रिटायरमेंट टेस्ट में खेला था.
अपने आखिरी मैच में वह मैन ऑफ द मैच भी बने. लेकिन रविन्द्र जडेजा के लगातार दमदार प्रदर्शन के कारण उन्हें बेहद कम मौके मिले और फिर उन्होंने संन्यास का ऐलान कर दिया.
4) मुनाफ पटेल
मुनाफ पटेल दाएं हाथ के तेज गेंदबाज थे और उन्होंने मार्च 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू किया था. उन्होंने अपने करियर में भारतीय टीम के लिए 13 टेस्ट और 70 वनडे खेले. वह 2011 की विश्व कप विजेता टीम के भी सदस्य थे, जहां उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.गरीबी को हराकर भारतीय टीम के ये 7 क्रिकेटर बने सुपरस्टार
मुनाफ ने जब डेब्यू किया था तब वह देश के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक थे लेकिन लगातार चोटों के कारण उन्हें बार-बार टीम से बाहर होना पड़ा. जिसके बाद उन्होंने 2018 में संन्यास का ऐलान कर दिया था.
5) प्रवीण कुमार
प्रवीण कुमार दाएं हाथ के मध्यम गति के गेंदबाज थे. इस खिलाड़ी ने 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ इंटरनेशनल डेब्यू किया था. प्रवीण एक ऐसे गेंदबाज थे जो बेहद सटीकता के साथ दोनों तरफ से गेंद को स्विंग करा सकते थे. अपने करियर में उन्होंने 6 टेस्ट और 68 वनडे खेले. इस दौरान उन्होंने 27 टेस्ट विकेट और 77 वनडे विकेट लिए.
प्रवीण ने ऑस्ट्रेलिया में 2008 की त्रिकोणीय श्रृंखला में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. प्रवीण एक शानदार गेंदबाज थे लेकिन उनकी फिटनेस हमेशा उनके करियर में परेशानी पैदा करती रही. जिसके कारण अक्टूबर 2018 में उन्होंने संन्यास का ऐलान कर दिया था.