एमएस धोनी को क्रिकेट के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक माना जाता है. भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान के रूप में उन्होंने लगभग हर बड़ी ट्रॉफी हासिल की. एक कप्तान के रूप में अपने लंबे करियर में एमएस धोनी ने कई युवा क्रिकेटरों को टीम में जगह बनाने में मदद की.ट्विटर पर गुस्से में लाल समर्थकों ने उड़ायी धोनी की धज्जियाँ
कई क्रिकेट प्रशंसकों और पंडितों का मानना है कि धोनी ने रोहित शर्मा के करियर में एक बड़ी भूमिका निभाई है. उन्होंने कठिन समय के दौरान रोहित का साथ दिया और उन्हें टीम में जगह पक्की करने के लिए पर्याप्त मौके दिए. रोहित को एकदिवसीय क्रिकेट ओपनिंग कराने का निर्णय भी एमएस धोनी का था, जोकि उनके करियर के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुआ.
इन सब के बीच आज इस लेख में हम 4 ऐसे खिलाड़ियों के बारे में जानेगे, जिन्हें धोनी ने कभी सपोर्ट नहीं किया.
1) इरफान पठान
इरफान पठान को कभी ‘स्विंग के सुल्तान’ के नाम से जाना जाता था और वह अपनी तेज और स्विंगिंग गेंदों से बल्लेबाजों को हैरान करते थे. वह आईसीसी टी20 विश्व कप 2007 में भारतीय क्रिकेट के प्रमुख सदस्यों में से एक थे. लेकिन जब वह चोट के कारण टीम से बाहर हुए तो फिर वापसी नहीं कर सके. वह घरेलू स्तर पर और इंडियन प्रीमियर लीग में भी कोशिश करते रहे लेकिन वह फिर से अपनी जगह नहीं बना सके. इरफान पठान के प्रशंसकों का मानना है कि एमएस धोनी ने उन्हें उस तरह का समर्थन नहीं दिया जिसके वह हकदार थे.इरफान पठान की खूबसूरत वाइफ की फोटो आई सामने, इस वजह से नही दिखाती थी किसी को चेहरा
2) रॉबिन उथप्पा
रॉबिन उथप्पा अपने शुरुआती दिनों में बहुत तेजतर्रार और आक्रामक बल्लेबाज थे. उन्होंने भारत के लिए ICC T20 विश्व कप 2007 में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई लेकिन इसके तुरंत बाद टीम में अपना स्थान खो दिया. हालांकि वह अभी भी अपने स्टेट और अपनी आईपीएल फ्रेंचाइजी के लिए क्रिकेट खेल रहे हैं, लेकिन कई लोगों का मानना है कि उनके करियर का पीक निकल चुका है. इरफान पठान के प्रशंसकों की तरह, उथप्पा के प्रशंसकों का भी मानना है कि वह टीम में लंबे समय तक बने रहने के हकदार थे और उन्हें उचित मौके नहीं मिले.
3) अजीत अगरकर
अजीत अगरकर 2006-07 तक भारत के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक थे. उसके पास गति थी और वह अपने एक्शन में कोई बदलाव नहीं किए बिना गेंद को दोनों तरफ स्विंग करा सकता था. सौरव गांगुली ने ज्यादातर उन्हें एक स्ट्राइक गेंदबाज के रूप में इस्तेमाल किया, लेकिन एमएस धोनी ने कप्तानी संभालने के बाद उन्हें कप्तान से कभी सपोर्ट नहीं मिला और फिर उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया और उसके बाद वे कभी वापसी नहीं कर सके.लॉकी फर्ग्यूसन की पत्नी की खूबसूरती देखकर आप ऐश्वर्या राय को भूल जाएंगे
4) युसूफ पठान
युसूफ पठान एक विस्पोटक बैंटिंग ऑलराउंडर थे. उन्होंने ICC विश्व कप T20 2007 में भारत के लिए डेब्यू किया. दरअसल उनकी प्रतिभा इंडियन प्रीमियर लीग के शुरुआती सीज़न में सुर्खियों में आई. 2008 आईपीएल में वे राजस्थान रॉयल्स के लिए खेले. यूसुफ भारत की विश्व कप 2011 विजेता टीम का हिस्सा थे, लेकिन उसके बाद उन्होंने पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया. यूसुफ के प्रशंसकों को भी एमएस धोनी से ऐसी ही शिकायत है.