लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में रविवार (6 फरवरी) की सुबह मुंबई में निधन हो गया. दिग्गज गायिका ने ब्रीच कैंडी अस्पताल में सुबह 8.12 बजे अंतिम सांस ली. पिछले 29 दिनों से उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों के अनुसार, मल्टीपल ऑर्गन फेल्योर के कारण उनका निधन हुआ.
उनके निधन की खबर से पूरी फिल्म बिरादरी, म्यूजिक इंडस्ट्री और देश सदमे में है. इन सब के बीच आज हम इस महान शख्सियत को श्रद्धांजलि देते हुए उनके बारे में 10 अनसुनी बातें जानेगे.जानिए कितनी संपत्ति छोड़कर गई हैं ‘भारत कोकिला’ लता मंगेशकर
1) 28 सितंबर 1929 को जन्मी लता उनका असली नाम नहीं था. म्यूजिक में उनकी रूचि को देखते हुए उनके पिता ने उनका नाम लता कर दिया था. उनके चार भाई-बहन हैं जिनका नाम मीना, आशा भोंसले, उषा और हृदयनाथ है.
2) लता मंगेशकर ने पांच साल की उम्र में गाना शुरू कर दिया था और उस समय के स्थापित और फेमस सिंगर अमन अली खान साहिब और अमानत खान के साथ म्यूजिक की ललित कला का अध्ययन किया था. जब लता मंगेशकर ने प्लेबैक सिंगर के रूप में फिल्म इंडस्ट्री में प्रवेश किया तो उन्हें अस्वीकार कर दिया गया था क्योंकि उस युग में नूरजहाँ और शमशाद बेगम जैसे सिग्नटरी ने अपनी भारी नाक वाली आवाज़ों के साथ राज किया. उस समय लता दीदी की आवाज बहुत पतली मानी जाती थी.5 भाई-बहनों में सभी बड़ी थी लता मंगेशकर, जानिए अब कहाँ हैं परिवार के सभी सदस्य…
3) महान सिंगर ने 1942-1948 तक अपने पिता के दुखद निधन के कारण 8 से अधिक फिल्मों में काम किया.
4) लता का देशभक्ति गाना ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ सुनने के बाद 27 जनवरी, 1963 को नई दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू के आंसू छलक गए थे. यह गाना 1962 के युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को समर्पित था.
5) 1999 में उन्हें राज्य सभा के सदस्य के रूप में भी नामित किया गया था. हालाँकि उनका कार्यकाल 2006 में समाप्त हो गया था, इस दौरान संसद सत्र में शामिल न होने के कारण उन्हें आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था. हालाँकि तब उन्होंने संसद से अनुपस्थित रहने के लिए अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया था. बताया जाता हैं कि लता दीदी ने एक सांसद की सेवाओं के लिए सैलरी के रूप में एक भी पैसा नहीं लिया हैं.
6) लता के बारे में बताया जाता है कि वह अपनी मीठी आवाज को बरकरार रखने के लिए खूब हरी मिर्च खाती थीं. वह गम चबाती थी जिससे उसे गाने में मदद मिलती थी. जहां तक उनके खाना-पान का सवाल है. दिवंगत दिग्गज को समुद्री भोजन पसंद था और वह नियमित रूप से सब्जी के साथ दाल-चावल या फुल्का खाती थीं. उन्हें गाजर का हलवा और पानी पुरी भी बहुत पसंद थी. उसे हर तरह के व्यंजन पसंद थे और उसे कोल्हापुरी मटन और सब्ज़ी बनाने में भी मज़ा आता था.
7) 2015 में एक इंटरव्यू में लता ने खुलासा किया कि उन्हें किशोर कुमार के साथ गाना काफी पसंद था.
8) मीडिया खबरों के अनुसार लता दीदी का दिवंगत राज सिंह डूंगरपुर के साथ कथित रूप एक एक लम्बा अफेयर रहा था. वह राजघराने का बेटा था और उसने जाहिर तौर पर अपने माता-पिता से वादा किया था कि वह एक आम दुल्हन को घर नहीं लाएगा. ऐसा कहा जाता है कि दोनों की मुलाकात मुंबई में हुई थी जब राज सिंह डुंगापुर ने लता दीदी के भाई के साथ उनके वालकेश्वर घर में क्रिकेट खेलना खत्म किया था. वे अलग-अलग पृष्ठभूमि से आए थे, दिलचस्प बात ये हैं कि दोनों अविवाहित रहे. जो उनकी सच्ची प्रेम कहानी का प्रमाण भी हैं. इस शख्स से शादी करना चाहती थी लता मंगेशकर, नहीं हो पाई शादी तो जिंदगीभर रही कुंवारी
9) 1963 में कथित तौर पर लता को जहर दिया गया था. जिसके कारण उन्हें उल्टी, शरीर में तेज दर्द के कारण तीन दिनों तक बिस्तर पर रहना पड़ा था. हालांकि वह इस से बच गई. डॉक्टरों ने दावा किया कि उसे धीमा जहर दिया गया था.33 की उम्र में किसी ने लता मंगेशकर को दे दिया था जहर, जानें फिर कैसे बची थी जान
10) लता दीदी का पसंदीदा खेल क्रिकेट था. बताया जाता है कि दीदी के लिए लॉर्ड्स स्टेडियम में एक स्थायी गैलरी आरक्षित है, जहां से वह अपना पसंदीदा खेल देखने का आनंद लेती हैं.