रतन टाटा के नाम से आप सब बखूबी परिचित होंगे। इन दिनों रतन टाटा अपनी एक तस्वीर को लेकर काफी चर्चे में है। 3 महीने पहले इंस्टाग्राम पर आने वाले रतन टाटा ने अपनी जवानी की एक तस्वीर सांझा की है, जिसमे उन्होंने लिखा है #ThrowbackThursday। ये तस्वीर लॉस एंजिल्स की है जब 82 वर्ष के रतन टाटा 25 साल के हुआ करते थे।
आइए जानते है रतन टाटा के जीवन के बारे में कुछ अनोखी बातें।
वर्तमान समय के एक बहुत ही सफल बिजनेसमैन रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 में सूरत में हुआ था। टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन ने अपनी एक अलग पहचान बनाई और टाटा ग्रुप को एक अलग ऊंचाइयों पे पहुंचाया और जनवरी 2013 में रिटायरमेंट ले लिया।
यूं तो आप सब ने रतन टाटा के सफलता के चर्चे काफी सुने होंगे, मगर प्यार में वो शायद असफल रह गए। एक इंटरव्यू में रतन टाटा ने अपनी लव लाइफ के बारे में बताया और कहा की “एक बार तो मेरी शादी बिल्कुल होते होते रह गई, उन दिनों मैं अमेरिका में था और मेरी दादी ने मुझे जल्द से जल्द इंडिया आने को कहा, मगर उसी दौरान भारत चीन की जंग छिड़ गई और इस लड़की की शादी कही और हो गई, लेकिन उसके पति की मौत भी हो गई।”
रतन टाटा ने बताया की एक दिन ऑफिस में एक शख्स ने उन्हें एक पर्ची दी और कहा की ये पेरिस में रहने वाली एक महिला ने दी है, और वो महिला और कोई नही वही औरत थी जिससे रतन टाटा की शादी होने वाली थी। रतन टाटा ने कहा की ये दुनिया कितनी छोटी है, कभी मैं उसे जानता भी नहीं था और आज हम दोस्त है।
रतन टाटा ने ये भी कहा की उन्हें प्यार तो हुआ मगर वो प्यार शादी के अंजाम तक नहीं पहुंच सका। लेकिन शायद उनके लिए अविवाहित रहना ही सही साबित हुआ।
रतन टाटा को 4 बार प्यार हुआ और शादी के लिए भी सोचा मगर हर बार किसी ना किसी वजह से उनकी शादी नही हो पाई। अपने प्यार के बारे में रतन टाटा ने बताया की “जब मैं अमेरिका में काम कर रहा था तब मैं शादी के लिए काफी गंभीर हो गया था मगर मैं भारत आ गया और इसी वजह से हमारी शादी नही हो पाई।”
रतन टाटा की एक अनोहखी बात ये है की उनके पास बेशुमार दौलत है मगर फिर भी वो दुनिया के सबसे अमीर लोगो की लिस्ट में नही आते, क्युकी अपनी कमाई का 65 फीसदी हिस्सा दान कर देते है। और इसी वजह से रतन टाटा की निजी संपत्ति 100 करोड़ से ऊपर नहीं जाति।
रतन टाटा का बचपन काफी मुश्किल से बिता है, जब वो 7 वर्ष के थे तब उनके माता पिता अलग हो गए और उनकी दादी ने उन्हें संभाला।
रतन टाटा को गाड़ियों का बहुत शौक है और उनकी मौजूदगी में टाटा ग्रुप ने लैंड रोवर, जैगुआर, रेंजरोवर एक्वायर की। रतन टाटा को विमान उड़ाने का और पियानो बजाने का भी शौख है। रतन टाटा एक बहुत ही नर्म दिल इंसान है, उन्होंने कंपनी शुरू करते वक्त मजदूरों के साथ भी काम किया था ताकि वो मजदूरों की समस्या और रहन सहन समझ पाए।
रतन टाटा को कुत्तों से बहुत लगाव है, वो कुत्तों के लिए अलग से एक हॉस्पिटल भी बनवा रहे है। हालांकि उन्होंने अपने घर पर भी 2 जर्मन शेफर्ड पाल रखे है। भारत सरकार ने रतन टाटा को 2000 में पद्म भूषण और 2008 में पद्म विभूषण द्वारा सम्मानित भी किया है। ये सम्मान देश का तीसरा और दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान हैं।